आज इंडिया गेट में मचा हाहाकार है
उबल रहा है हर युवा ,
के संभल जाओ , बहोत हुआ
करो इन्साफ , ये गुस्सा है
हर लड़की की चीत्कार है
मांग है , बराबरी से जीने का अधिकार है
तड़प जाएँ वो वेहशी , जिन्होंने किया भारत माँ की अस्मिता पे वार है
कराह रही है दामिनी , कराह रहा है देश
पुलिस बरसाती लाठियां , आंसू गैस की बोछार है
मुंह छुपा कर बैठें है देश के सरंक्षक ,
गूंगी बहरी पत्थर सरकार है
अब हरे और सन्तरी रंगों से अलग न कर सकोगे हमको
हम कमज़ोर नहीं हैं अब , एकजुट तैयार हैं
अब उठेगा जनाज़ा इस सरकार का
ग़र इक और बरसी लाठी यहाँ
की यह अमानवीय है , जनता का तिरस्कार है
न सहेंगे और हम, न थमेंगे अब कदम
के अब कफ़न बांधे खड़ा है हर युवा
ख़बरदार है, तैयार है
- मीनाक्षी ( दिसम्बर 23, 2012)
उबल रहा है हर युवा ,
के संभल जाओ , बहोत हुआ
करो इन्साफ , ये गुस्सा है
हर लड़की की चीत्कार है
मांग है , बराबरी से जीने का अधिकार है
तड़प जाएँ वो वेहशी , जिन्होंने किया भारत माँ की अस्मिता पे वार है
कराह रही है दामिनी , कराह रहा है देश
पुलिस बरसाती लाठियां , आंसू गैस की बोछार है
मुंह छुपा कर बैठें है देश के सरंक्षक ,
गूंगी बहरी पत्थर सरकार है
अब हरे और सन्तरी रंगों से अलग न कर सकोगे हमको
हम कमज़ोर नहीं हैं अब , एकजुट तैयार हैं
अब उठेगा जनाज़ा इस सरकार का
ग़र इक और बरसी लाठी यहाँ
की यह अमानवीय है , जनता का तिरस्कार है
न सहेंगे और हम, न थमेंगे अब कदम
के अब कफ़न बांधे खड़ा है हर युवा
ख़बरदार है, तैयार है
- मीनाक्षी ( दिसम्बर 23, 2012)
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